अंतिम अपडेट: 13 जनवरी 2023
29 अगस्त 2022 : पंजाब ने बिजली आपूर्ति की हानि में कमी, विश्वसनीयता और गुणवत्ता के लिए 25,237 करोड़ रुपये की कार्य योजना को मंजूरी दी
राज्य के बाहर से अधिक बिजली आयात करने के लिए उपलब्ध ट्रांसमिशन क्षमता (एटीसी सीमा) को 7100 मेगावाट से बढ़ाकर 9000 मेगावाट कर दिया गया
- आवश्यकता पड़ने पर राज्य के बाहर से अधिक बिजली आयात करने के लिए ट्रांसमिशन क्षमता 7100 मेगावाट से बढ़ाकर 9000 मेगावाट की गई।
- 2023 में 3,873 करोड़ रुपये पहले ही स्वीकृत किए जा चुके हैं
- 6000 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) मार्च 2024 तक स्वीकृत की जाएगी
विद्युत अवसंरचना
- 94 66 केवी सब स्टेशन
- 89 66-केवी पावर ट्रांसफार्मर
- 382 11-केवी पावर ट्रांसफार्मर
हस्तांतरण
- 66-केवी ट्रांसमिशन लाइनों के 2,015 सर्किट किमी
- 23,687 11-केवी वितरण ट्रांसफार्मर
- उच्च-तनाव/निम्न-तनाव विद्युत लाइनों के 15,859 सर्किट किलोमीटर
- 66 केवी लाइनों/भूमिगत केबलों के 600 सर्किट किलोमीटर
- उच्च वोल्टेज वितरण प्रणाली (एचवीडीएस) के अंतर्गत 2,83,349 नए वितरण ट्रांसफार्मर
- एचटी/एलटी लाइनों के 1,10,117 सर्किट किलोमीटर
एक महत्वाकांक्षी प्रमुख योजना जिसका उद्देश्य सुधार करना है
- परिचालन क्षमताएं
- वित्तीय स्थिरता
एक मजबूत और टिकाऊ वितरण नेटवर्क के माध्यम से वितरण कंपनियों की
संदर्भ :