अंतिम बार 17 नवंबर 2023 तक अपडेट किया गया
सेवा केंद्र संचालन में अगले 5 वर्षों में सरकार ~ ₹200 करोड़ की बचत करेगी
- पहले के राजस्व-साझाकरण मॉडल को हटाकर, अनुबंध को लेनदेन-आधारित मॉडल में स्थानांतरित कर दिया गया है
- सौंपा गया ऑपरेटर सभी आईटी (डेस्कटॉप, कंप्यूटर, स्कैनर आदि) और गैर-आईटी बुनियादी ढांचे (एसी और वॉटर-कूलर) प्रदान करेगा।
- इससे पहले, ये बुनियादी सुविधाएं सरकार द्वारा सेवा केंद्रों पर प्रदान की जा रही थीं
सन्दर्भ :