अंतिम अपडेट: मार्च 2024
8 साल बाद पंजाब सरकार को झारखंड के पचवारा में अपनी खदान से कोयला मिला
इससे राज्य को हर साल लगभग ₹1000 करोड़ की बचत होगी
- 15 दिसंबर 2022 को पहली कोयला रेलवे रेक आएगी
- पछवाड़ा कोयला खदान 31 मार्च 2015 को पंजाब सरकार (पीएसपीसीएल) को आवंटित की गई थी।
- 8 साल तक यह कानूनी और परिचालन संबंधी उलझनों में फंसा रहा, जब तक कि AAP सरकार ने दिसंबर 2022 में इसे चालू नहीं कर दिया
- कोल इंडिया से कोयले की सीमित आपूर्ति और आयातित कोयले पर निर्भरता समाप्त
पंजाब के थर्मल प्लांटों में 1 दिन या कुछ घंटों का कोयला स्टॉक होने की सुर्खियां अब पुरानी बातें हो गई हैं
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