अंतिम अद्यतन तिथि: 30 सितंबर 2023
2021 तक : कुल धान के भूसे का लगभग 75% हिस्सा गैर बासमती चावल का है, जिसमें सिलिका की मात्रा अधिक होने के कारण इसे मवेशियों को चारे के रूप में नहीं खिलाया जा सकता है।
पंजाब सरकार द्वारा बासमती फसल को बढ़ावा देने के परिणामस्वरूप 2023 में 16% अधिक क्षेत्र प्राप्त हुआ
अर्थात
->बासमती पराली की हिस्सेदारी बढ़ी
-> बासमती की पराली का उपयोग पशुओं के चारे के लिए किया जा सकता है
सन्दर्भ :
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