Updated: 1/26/2024
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अंतिम अद्यतन तिथि: 30 सितंबर 2023

2021 तक : कुल धान के भूसे का लगभग 75% हिस्सा गैर बासमती चावल का है, जिसमें सिलिका की मात्रा अधिक होने के कारण इसे मवेशियों को चारे के रूप में नहीं खिलाया जा सकता है।

  • पंजाब सरकार ने फाजिल्का के धान किसानों द्वारा धान के मौसम के दौरान पराली अवशेषों को पड़ोसी राज्यों में ले जाने के लिए विशेष रेलगाड़ियां शुरू करने का प्रस्ताव केंद्र के समक्ष रखा है [1]
  • पंजाब पशुओं के चारे के रूप में उपयोग के लिए केरल को धान का भूसा उपलब्ध कराएगा [2]

पंजाब सरकार द्वारा बासमती फसल को बढ़ावा देने के परिणामस्वरूप 2023 में 16% अधिक क्षेत्र प्राप्त हुआ
अर्थात
->बासमती पराली की हिस्सेदारी बढ़ी
-> बासमती की पराली का उपयोग पशुओं के चारे के लिए किया जा सकता है

सन्दर्भ :


  1. https:// Indianexpress.com/article/cities/chandigarh/punjab-urges-centre-to-start-special-rakes-to-transport-stubble-to-neighbouring-states-8876206/lite/ ↩︎

  2. https://www.thehindu.com/news/national/kerala/fodder-shortage-punjab-to-provide-paddy-straw-to-kerala/article66124435.ece/amp/ ↩︎

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